Full list: Electoral Bonds Data: निर्वाचन आयोग ने अपलोड किया डेटा; चुनावी बॉन्ड से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक

Electoral Bonds Data:
चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रल बॉन्ड के संबंध में जानकारी को सार्वजनिक किया है। चुनाव आयोग के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 12 मार्च 2024 को चुनाव आयोग (ईसीआई) को चुनाव से संबंधित डेटा प्रदान किया था। इसके बाद, चुनाव आयोग ने गुरुवार को वेबसाइट पर डेटा अपलोड किया। चुनावी बॉन्ड के बारे में एसबीआई से प्राप्त डेटा को वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।
निर्वाचन आयोग के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राजनीतिक दलों को चुनावी बॉन्ड के माध्यम से दान देने वाले उद्योग ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजीनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज शामिल हैं। इसमें टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता लिमिटेड भी शामिल हैं। इसके अलावा, चुनावी बॉन्ड के खरीदारों में अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, एडलवाइस, पीवीआर, केवेंटर, सुला वाइन, वेलस्पन, सन फार्मा के नाम भी हैं।
साथ ही, चुनाव आयोग की ओर से साझा की जाने वाली जानकारी में बताया गया है कि इन बॉन्ड्स के माध्यम से भाजपा, कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, बीआरएस, शिवसेना, तेदेपा, वाईएसआर कांग्रेस को धन प्राप्त हुआ। सूची में अन्य भी दलों के नाम शामिल हैं, जैसे कि द्रमुक, जद(एस), राकांपा, तृणमूल कांग्रेस, जद (यू), राजद, आप और सपा।
यहां देखें पूरा डेटा ( Electoral Bonds Data: )
1. चुनावी बॉन्ड के खरीदारों के नाम
2. बॉन्ड भुनाने वाले राजनीतिक दल
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार, भारतीय स्टेट बैंक ने 2018 में योजना की शुरुआत के बाद से 30 किस्तों में 16,518 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड जारी किए हैं। पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को 12 अप्रैल 2019 से खरीदे गए चुनावी बॉन्ड की जानकारी निर्वाचन आयोग को सौंपने का निर्देश दिया था। एसबीआई चुनावी बॉन्ड जारी करने के लिए अधिकृत वित्तीय संस्थान है।
एसबीआई ने डेटा सौंपा है ( Electoral Bonds Data: )
एसबीआई ने मंगलवार की शाम को उन संस्थाओं का विवरण चुनाव आयोग को सौंपा है, जिन्होंने चुनावी बॉन्ड खरीदे थे और राजनीतिक दलों ने उन्हें भुनाया था। उच्चतम अदालत के आदेश के अनुसार, निर्वाचन आयोग को 15 मार्च शाम पांच बजे तक बैंक द्वारा साझा की गई जानकारी को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित करना था।
SBI का हलफनामा क्या कहता है? ( Electoral Bonds Data: )
इससे पहले एसबीआई ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने एक हलफनामा दायर किया था, जिसमें बताया गया कि एक अप्रैल 2019 से इस साल 15 फरवरी के बीच दानदाताओं ने कुल 22,217 चुनावी बॉन्ड खरीदे, जिनमें से 22,030 को राजनीतिक दलों ने भुनाया। हल्फनामे में बताया गया कि प्रत्येक चुनावी बॉन्ड की खरीद की तारीख, खरीदार के नाम और खरीदे गए बॉन्ड के मूल्यवर्ग सहित विवरण प्रस्तुत किए गए हैं।
हल्फनामे के मुताबिक, एक अप्रैल 2019 से 11 अप्रैल 2019 के बीच कुल 3,346 चुनावी बॉन्ड खरीदे गए और 1,609 भुनाए गए। हल्फनामे में बताया गया है कि 12 अप्रैल 2019 से इस साल 15 फरवरी तक कुल 18,871 चुनावी बॉन्ड खरीदे गए और 20,421 भुनाए गए।